सजीवों का अध्ययन जीवविज्ञान कहलाता है। जीव विज्ञान के जनक अरस्तू हैं। जीव विज्ञान को दो शाखाओं में बाँटते हैं:- Zoology & Botany
Zoology:- इसके अन्तर्गत जन्तुओं का अध्ययन करते हैं। Zoology के जनक अरस्तू हैं।
कोशिका (सेल)
- यह दो प्रकार का होता है- का अध्ययन Cytology कहलाता है।
- सर्वप्रथम कोशिका की खोज 1665 ई. में राबर्ट हुक ने किया। किंतु इन्होंने मृत कोशिका की खोज की थी। इन्हें Father of Cytology कहते हैं।
- सर्वप्रथम जीवित कोशिका की खोज 1674 ई. में एन्टोनी वॉन ल्यूवेनहॉक ने किया। इन्हें Father of Bactriology कहते हैं। राबर्ट ब्राउन ने 1881 ई. में कोशिका के अंदर केन्द्रक का खोज किया।
- स्लाइडेन एवं श्वान ने कोशिका सिद्धांत दिया और कहा कि शरीर कोशिकाओं से बना है अतः कोशिका शरीर इकाई है।
- मृत कोशिकाओं को नेफ्रोसिस कहते हैं।
- सबसे छोटी कोशिका माइक्रोप्लाज्मा की होती है।
- सबसे बड़ी कोशिका सुतुर्मुर्ग के अंडा की होती है।
- सबसे छोटी कोशिका तंत्रिका तंत्र (Brain) या स्नायु कोशिका की होती है।
2) सबसे तेजी से कोशिका विभाजन लिवर (जिगर)/ यकृत में होता है। यह अपने क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को स्वतः ही ठीक कर सकती है।
कोशिका के अंग
जीवद्रव्य (Protoplasm)
इसकी खोज पुरकिंजे ने किया। यह एक तरल गाढ़ा पदार्थ होता है। इसे जीवन का आधार कहते हैं। सभी जैविक क्रियाएँ इसी द्रव के अंदर होती है। इसका 80% भाग जल का बना होता है। यह दो प्रकार का होता है-
1. कोशिका द्रव
2. केंद्रिका द्रव
- कोशिका द्रव कोशिका को सूखने से बचाता है।
कोशिका भित्ती (Cell wall)
यह सेलुलोज का बना होता है और केवल पादपों में पाया जाता है। यह पेड़-पौधों को सुरक्षा देता है।
- जीवाणु एक पादप होता है जिसकी कोशिका भित्ती "पेप्टिडो ग्लाइकेन" की बनी होती है।
- कवक की कोशिका भित्ती "काइरीन" की बनी होती है।
कोशिका झिल्ली (Cell membrane)
- यह जन्तु तथा पादप दोनों में पाया जाता है।
- कोशिका के अंदर के सभी अवयव इसी झिल्ली के अंदर रहते हैं।
- यह कोशिका के अंदर जाने वाले पदार्थों का नियंत्रण करता है।
- यह अर्द्धपारागम्य होता है। (कुछ ही वस्तु को अंदर जाने देता है।)
माइट्रोकाण्ड्रिया (Mitrocondriya) / सूत्रकणिका
- इसकी खोज अल्टमैन ने किया। यहाँ ऑक्सी श्वसन होता है।
- यहाँ क्रेब्स चक्र चलता है जिसके फलस्वरूप ATP तथा ग्लूकोज बनते हैं और हमें ऊर्जा मिलती है। इसी कारण इसे कोशिका का Power house या शक्ति गृह कहते हैं।
- माइट्रोकोंड्रिया के आंतरिक दीवारों को क्रिस्टी कहते हैं।
अतः प्रदव्य जालिका (Endoplasmic Reticulam) ER
यह कोशिका के अंदर से आंतरिक सहायता देता है। अतः इसे कोशिका का आंतरिक कंकाल कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है-
Smooth ER
यह कार्बोहाइड्रेट तथा वसा का निर्माण करता है।
Rough ER
इसपर Ribosome होता है। यह प्रोटीन का निर्माण करता है।
राइबोसोम (Ribosome)
यह कोशिका के अंदर का सबसे छोटा अंग है। यह प्रोटीन का निर्माण करता है। अतः इसे प्रोटीन की फैक्ट्री कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है-
70 S Ribosome
यह हल्का होता है तथा प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं में पाया जाता है।
80 S Ribosome
यह भारी होता है तथा यूकैरियोटिक कोशिकाओं में पाया जाता है।
S = Sedimentation Coefficient
Golgi body/Golgi Apparatus
इसकी खोज कैमिलो गॉल्जी ने किया। यह पदार्थों का परिवहन करता है। अर्थात् यातायात में सहायक है।
सेंट्रोसोम (Centrosome) / तारककाय
यह कोशिका विभाजन करता है। यह मस्तिष्क में नहीं पाया जाता है। जिस कारण तंत्रिका कोशिका में विभाजन नहीं होता है। यह केवल जन्तु कोशिका में पाया जाता है।
- पादप कोशिकाओं में कोशिका विभाजन Cell Plate के द्वारा होता है।
- Centrosome की खोज बोबेरी ने किया था।
लाइसोसोम (Lysosome)
यह कोशिका के 'अंदर पाचन' का कार्य करता है। इसके अंदर जल अपघटक enzyme पाया जाता है।
- कोशिका के अंदर का कोई अंग यदि काम नहीं करता है तो यह उस अंग को नस्ट कर देता है।
- जब पूरी कोशिका कार्य नहीं करती है तो यह कट जाता है जिससे पूरी कोशिका नष्ट हो जाती है। अत: इसे आत्महत्या की थैली या Atom bomb कहते हैं।
- इसी खोज 'डी डुबे' ने किया था।
- RBC के अंदर लाइसोसोम नहीं पाया जाता है। अतः RBC मरने के बाद Spleen (प्लीहा तिल्ली) में पाया जाता है। जिस कारण एस्थलीन को RBC का कब्र कहते हैं।
केन्द्रक (Nucleous)
- इसकी खोज राबर्ट ब्राउन ने किया।
- यह कोशिका को नियंत्रित करता है अतः इसे कोशिका का दिमाग कहते हैं। in
- इसमें 80% प्रोटीन पाया जाता है।
रसघानी (Vacuales)
- यह जल को संचित (Store) करके रखता है।
- यह जन्तुओं में छोटा होता है किंतु पादपों में बहुत बड़ा होता है।
लवक (Plastide)
- यह पादपों का सबसे बड़ा कोशिकांग है।
- यह केवल पादपों में पाया जाता है। यह तीन प्रकार का होता है-
- हरित लवक (Claroplast)
- अवर्णित लवक (Leucoplast )
- वर्णित लवक (Cromoplast)
हरित लवक (Cholaroplast)
- यह भोजन का निर्माण करता है।
- यह पत्ती तथा तना में पाया जाता है।
अवर्णित लवक (Leucoplast)
- यह भोजन का संग्रह करता है।
- यह जड़ तथा फल में पाया जाता है।
वर्णित लवक (Cromoplast)
- यह रंग प्रदान करता है।
Ex.- टमाटर, मिर्च = लाइकोपेज
गाजर = कैरोटीन
चुकन्दर = बीटानोन
फलों का पीला रंग = जेन्थोफिल